यह तो सब जानते हैं कि आजकल जोड़ों का दर्द बहुत आम समस्या हो गई है। क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि यह समस्या बुजुर्ग और मध्य आयु वाले लोगों में पाई जाती है l लेकिन आजकल युवाओं में भी इसका असर देखने को मिल रहा है।
हमारा आज कल का जो खानपान रहन-सहन है वह ठीक नहीं है। जिसकी वजह से यह समस्या व्यक्ति को और भी गंभीर हो रही है। कई बार तो ऐसा देखा जाता है किसी व्यक्ति को चोट लग जाती हैं जिसका सीधा असर मांसपेशियों पर पड़ता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को दर्द की समस्या रहती है।
सभी लोग दर्द से छुटकारा पाने के लिए कई डॉक्टरों के पास अपना इलाज चलाते हैं और बहुत रुपए खर्च करते हैं। लेकिन फिर भी उनका दर्द ठीक नहीं होता है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति के शरीर में कई समस्याएं होने लगती है। जैसे डायबिटीज, कमजोरी ,थकान ,हेक्टर, मोटापा ,रूमेटाइड अर्थराइटिस आदि समस्या हो जाती है। जिस से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल हो जाता हैl
लेकिन अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि वैज्ञानिकों के द्वारा हाल ही में ही इन सब से छुटकारा दिलाने के लिए एक नेचुरल तरीका सामने लाया गया है। जिसके बारे में हम आपको आगे के आर्टिकल में बताने वाले हैं।
रिसर्च का क्या कहना है।
आपको बता दें कि इस रिसर्च को स्विस के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है। जिसमें पाया गया कि जिन लोगों को जोड़ों में दर्द रहता है, उन्हें ऑलिव या जैतून के पेड़ों के पत्तो का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि यह एक दर्द निवारक नुस्का माना गया है।
ऑलिव के पेड़ों में जो सीधे पत्ते होते हैं उसमें काफी अच्छे योगिक पाए जाते हैं, जिन्हें पॉलीफेनोल्स कहा जाता है। इतना ही नहीं इन पत्तों में एंटी-इंफ्लामेट्री इफेक्ट भी पाया जाता है जो पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करता है।
आपको बता दें कि वैज्ञानिकों का यह कहना है कि हमारे शरीर में जो धमनियों के अंदर फैट बढ़ जाता है, यह उस फैट को कम करता है और हमारे ह्रदय को भी स्वस्थ रखता है।
124 लोगो पर रिसर्च के बाद तैयार किया गया है यह नुस्खा
आपको बता दें कि Musculoskeletal Disease को Journal Therapeutic Advances में पब्लिश किया गया है। इस रिसर्च में 55 साल के व्यक्ति और उससे अधिक उम्र के 124 लोगों को शामिल किया गया था। इस रिसर्च का नेतृत्व स्विस के बोन साइंटिस्ट मैरी-नोएल होर्कजादा ने किया है ।
आपको बता दें कि 124 लोगों में महिला और पुरुष बराबर की संख्या में थे। जिनमें से अधिक से लोग ओवरवेट थे। इसीलिए इसमें 62 लोगो को रोज 1 दिन में गोली के रूप में दो बार 125 मिलीग्राम ऑलिव की पतियों का अर्क दिया गया। और आधे लोगों को एक प्लेसबो दिया गया।
फिर 6 महीने बाद उनके दर्द का परीक्षण किया गया। जिसने यह पाया गया कि जिन लोगों को ऑलिव की पत्तियों का अर्क दिया था, उनका KOOS लगभग 65 था। जबकि जिन लोगों को प्लेसीबो दिया गया था उन लोगों का स्कोर लगभग 60 था।
जिससे यह पता चल गया कि रिसर्च के मुताबिक आप घुटनों का दर्द कम कर सकते हैं l जिसमें आप जैतून के तेल का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि जैतून का तेल एक बहुत ही पुरानी औषधि है जो अनेकों प्रकार की बीमारियों में काम आती है।
लेकिन ऑलिव पत्तों का उपयोग आप बिना किसी डॉक्टर की सलाह लिए बिना नहीं कर सकते है, क्योंकि सभी व्यक्तियों की स्वास्थ्य समस्या अलग-अलग होती है। इसलिए आप पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
Disclaimer
हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से रिसर्च के बारे में पूरी जानकारी दी है लेकिन आपको हम ऑलिव के पत्तों का अर्क लेने की सलाह नहीं देते हैं। क्योंकि आपके शरीर में इसकी साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
इसलिए आप अपनी मर्जी से इसका उपयोग ना करें l पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य ले l अगर आपके शरीर में इसके साइड इफेक्ट हुए तो हम इसके जिम्मेदार नहीं होंगे।